सजदा मेरा शौक है, इबादत मेरा फर्ज़। अल्लाह से मुहब्बत मेरी पहचान है।
जिसने अल्लाह को पा लिया, उसने सब कुछ पा लिया।
हमारी पहचान ना दौलत से है, ना शोहरत से, हमारी पहचान तो सिर्फ इस्लाम से है।
दुआ में वो ताकत है, जो तकदीर भी बदल दे।
मेरा अल्लाह मेरे साथ है, यही मेरे लिए बहुत है।
जन्नत तक का रास्ता नमाज से होकर गुजरता है।
अल्लाह से इश्क करो, बाकी मोहब्बतें खुद-ब-खुद आसान हो जाएंगी।
खुदा पर यकीन रखो, रास्ते मुश्किल नहीं लगेंगे।
जो अल्लाह का हो गया, उसे फिर किसी चीज़ की कमी नहीं रहती।
दीन का रास्ता अपनाओ, दुनिया खुद तुम्हारे कदमों में होगी।
सजदा मेरा शौक है, इबादत मेरा फर्ज़ है। मेरी जिंदगी का हर लम्हा अल्लाह की रज़ा में गुजरे, यही मेरी सबसे बड़ी आरज़ू है।
जिसने अल्लाह को पा लिया, उसने इस दुनिया की हर खुशी हासिल कर ली। अल्लाह के साथ रहना ही असली सुकून है।
हमारी पहचान ना दौलत से है, ना शोहरत से। हमारी पहचान तो इस्लाम के उसूलों से है, जो हमें इंसानियत का रास्ता दिखाते हैं।
दुआ में वो ताकत है, जो तकदीर को भी बदल सकती है। अल्लाह से दिल से मांगे, वो आपकी हर दुआ कबूल करेगा।
मेरा अल्लाह मेरे साथ है, तो दुनिया की कोई भी मुश्किल मुझे हरा नहीं सकती। मेरा भरोसा सिर्फ अल्लाह पर है।
जन्नत तक का रास्ता नमाज और अच्छे कर्मों से होकर गुजरता है। अपनी इबादत में ईमानदारी रखो।
अल्लाह से इश्क करो, उसकी मोहब्बत में सच्चाई है। बाकी दुनिया की मोहब्बतें चंद दिनों की हैं।
खुदा पर यकीन रखो, उसकी रहमतें आपके हर मुश्किल को आसान कर देंगी।
जो अल्लाह का हो गया, वो किसी और की परवाह नहीं करता। अल्लाह के रास्ते पर चलो, हर मुश्किल आसान हो जाएगी।
दीन का रास्ता अपनाओ और देखो, दुनिया की हर खुशी तुम्हारे कदमों में होगी। सच्चा मुसलमान वही है जो अपने दीन को पहले रखता है।
हम मुसलमान हैं, हमारी ताकत हमारा ईमान है। और हमारा ईमान हमें अल्लाह के करीब रखता है।
जब तक अल्लाह का नाम है, तब तक हमारी दुआओं में जान है। दुआ करना कभी मत छोड़ो।
इस दुनिया में रहकर भी जन्नत कमाई जा सकती है, अगर अल्लाह की राह पर चला जाए।
हर सुबह जब सूरज उगता है, मेरी पहली दुआ यही होती है – ‘या अल्लाह, मुझे तेरी राह पर चलने की ताकत दे।
जो अल्लाह की रहमत को पहचान लेता है, उसके दिल से गम और डर खुद-ब-खुद खत्म हो जाते हैं।
अल्लाह की मोहब्बत वो खजाना है, जिसे कोई चुरा नहीं सकता और जो हमेशा बढ़ता रहता है।
दीन-ए-इस्लाम की शान में जीते हैं। हमारे हर लम्हे में अल्लाह की याद बसती है।
जो अल्लाह से डरता है, वो दुनिया की किसी चीज़ से नहीं डरता। यही एक सच्चे मुसलमान की पहचान है।
इबादत में सुकून है और नमाज में शांति। इसे दिल से अपनाओ और दुनिया से बेपरवाह हो जाओ।
अल्लाह का जिक्र ही हमारी सबसे बड़ी दौलत है। इसे कभी मत छोड़ो, चाहे हालात कैसे भी हों।
अल्लाह तुम्हारे साथ है, तो कोई भी तुम्हें हरा नहीं सकता। अल्लाह पर यकीन सबसे बड़ी ताकत है।
जिंदगी का हर लम्हा अल्लाह की दी हुई नेमत है। उसकी हर दी हुई चीज़ के लिए शुक्रगुजार रहो।
जो अपने दिल को अल्लाह के लिए साफ कर लेता है, उसकी राहों से हर मुश्किल खुद-ब-खुद हट जाती है।
दुआ सिर्फ शब्द नहीं, दिल से निकली वो सच्ची पुकार है, जो सीधे अल्लाह तक पहुंचती है।
अल्लाह की रहमत के बिना हमारी कोई पहचान नहीं। उसकी इबादत ही हमारी सबसे बड़ी पहचान है।
हमारी जिंदगी की सबसे बड़ी दौलत हमारा ईमान है। इसे कभी कमजोर मत होने दो।
इंसान कितना भी बड़ा हो जाए, अल्लाह के आगे वो हमेशा एक छोटा बंदा ही रहेगा। उसकी इबादत में झुको।
इस दुनिया का हर रिश्ता खत्म हो सकता है, लेकिन अल्लाह का रिश्ता हमेशा कायम रहेगा।
नमाज पढ़ने से पहले वुजू और जिंदगी जीने से पहले ईमान जरूरी है।
दुनिया की दौलत में सुकून नहीं, सुकून तो अल्लाह की मोहब्बत में छुपा है।
खुदा पर भरोसा रखो, क्योंकि जब दुनिया तुम्हें अकेला छोड़ देती है, तब वही तुम्हारे साथ खड़ा रहता है।
अल्लाह की रहमत इतनी बड़ी है कि वो हमारे गुनाहों को माफ करके हमें दोबारा सही रास्ता दिखा देता है।
हमारी इज्जत और ताकत अल्लाह के नाम से है। जब अल्लाह हमारे साथ है, तो किसी का डर नहीं।
जिसने अपनी जिंदगी को कुरान और नमाज से सजाया, उसे जन्नत का रास्ता आसान हो जाता है।
अगर जिंदगी में सुकून चाहिए, तो अल्लाह का नाम लो और अपनी दुआओं को दिल से मांगो।
अल्लाह की मर्जी के बिना एक पत्ता भी नहीं हिलता। हर मुश्किल में उसका शुक्रिया अदा करो।
दुनिया में चाहे जितनी भी दौलत हो, अगर ईमान नहीं तो सब बेकार है। ईमान सबसे बड़ा खजाना है।
जो अल्लाह पर यकीन रखते हैं, उनकी जिंदगी में हर अंधेरा रोशनी में बदल जाता है।
हर नमाज के बाद अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगो। वो सबसे बड़ा माफ करने वाला है।
दुआ मांगते रहो, क्योंकि दुआ के बिना जिंदगी अधूरी है और दुआ से तकदीर बदल सकती है।
सिर्फ रिवाज नहीं, वो रास्ता है जो हमें अल्लाह से जोड़ता है और हमें सही राह दिखाता है।”**
अगर अल्लाह ने तुम्हें देर से कुछ दिया है, तो यकीन मानो, वो सबसे बेहतर वक्त और तरीके से दिया है।
दुनिया के रिश्ते टूट सकते हैं, लेकिन अल्लाह का रिश्ता कभी नहीं टूटता। उसकी इबादत से जुड़ो।
जो अल्लाह को अपना बना लेता है, वो कभी इस दुनिया में अकेला नहीं होता।
नमाज सिर्फ फर्ज नहीं, ये वो सुकून है, जो हर दर्द को खत्म कर देता है।
जिनकी सुबह अल्लाह के जिक्र से होती है, उनकी जिंदगी से अंधेरा दूर हो जाता है।
ईमान वो दौलत है, जो ना खोती है, ना पुरानी होती है। इसे दिल में हमेशा महफूज रखो।
जब तुम अल्लाह की राह पर चलते हो, तो हर मुश्किल आसान लगती है और हर खुशी बरकत बन जाती है।
दुआ कभी खाली नहीं जाती। अल्लाह हमेशा उसे सुनता है, बस उसकी रहमत का इंतजार करो।
इस्लाम हमें सिखाता है कि सच्चाई और ईमानदारी से जीना ही सबसे बड़ी इबादत है।
अल्लाह के जिक्र से दिलों को सुकून मिलता है। ये सुकून दुनिया की किसी चीज़ में नहीं।
जो अल्लाह से तौबा कर लेता है, उसके सारे गुनाह ऐसे मिट जाते हैं जैसे उसने कभी कोई गुनाह किया ही नहीं।
हर तकलीफ अल्लाह की एक परीक्षा है। सब्र करो, वो तुम्हें उससे भी बेहतर देगा।
अल्लाह के बंदे अपने ईमान से पहचाने जाते हैं, ना कि अपनी दौलत या रुतबे से।
जो इंसान अल्लाह की राह में सब्र करता है, उसकी कामयाबी को दुनिया की कोई ताकत रोक नहीं सकती।
जिनके दिल में कुरान है, उनकी जिंदगी में अंधेरा नहीं होता।
अल्लाह से कुछ मांगने के लिए हमेशा उसके सामने झुको, क्योंकि वो ही देने वाला है।
नमाज पढ़ना सिर्फ फर्ज़ नहीं, ये अल्लाह के करीब जाने का सबसे आसान तरीका है।
जिंदगी में अगर अल्लाह के साथ रहोगे, तो हार कभी तुम्हारा मुकद्दर नहीं बनेगी।
दुनिया की मोहब्बत खत्म हो जाती है, लेकिन अल्लाह की मोहब्बत कभी खत्म नहीं होती।
जो इंसान अपने रब से प्यार करता है, उसकी जिंदगी सुकून और बरकतों से भर जाती है।
अल्लाह की मर्जी के बिना कुछ भी नहीं होता, इसलिए हर हाल में अल्लाह का शुक्र अदा करो।
अगर जिंदगी में अल्लाह के लिए झुकने की आदत बना लो, तो दुनिया के सामने कभी झुकना नहीं पड़ेगा।
जो अल्लाह के रास्ते पर चलता है, उसकी हर परेशानी में भी बरकत होती है।
अल्लाह पर भरोसा करो, वो तुम्हें वहां तक ले जाएगा, जहां तुमने सोचा भी नहीं होगा।
जिंदगी में कभी घबराओ मत, क्योंकि तुम्हारा खुदा तुम्हारी हर दुआ सुन रहा है।
हमारी ताकत हमारा ईमान है, और हमारी पहचान हमारा इस्लाम।
दुआ ऐसी चीज है जो नामुमकिन को भी मुमकिन बना देती है। इसे कभी मत छोड़ो।
जो अल्लाह का सहारा लेता है, उसकी जिंदगी की हर मुश्किल खुद-ब-खुद आसान हो जाती है।
जन्नत उन्हीं का घर है, जो अल्लाह के रास्ते पर चलते हैं और उसके बंदों से मोहब्बत करते हैं।
जब तुम्हारा ईमान मजबूत हो, तो दुनिया की कोई ताकत तुम्हें तोड़ नहीं सकती।
हर गुनाह को अल्लाह से छुपाया जा सकता है, लेकिन अपने दिल से नहीं। तौबा करो, अल्लाह माफ करने वाला है।
दुनिया चाहे तुम्हारे खिलाफ हो जाए, लेकिन अगर अल्लाह तुम्हारे साथ है, तो तुम्हारी जीत पक्की है।
जो लोग नमाज में सजदे करते हैं, उनका सिर दुनिया के सामने कभी झुकता नहीं।
अल्लाह से दिल से मांगो, वो तुम्हें वो देगा जो तुम्हारे लिए सबसे बेहतर होगा।
हर सुबह उठो और अल्लाह का शुक्र अदा करो, क्योंकि हर नई सुबह एक नई रहमत है।
ईमानदारी से जीने वाला इंसान हमेशा अल्लाह के करीब होता है।
जब अल्लाह की रहमत बरसती है, तो हर दर्द खुशी में बदल जाता है।
इस्लाम सिखाता है कि सच्चाई और सब्र से बड़ी कोई ताकत नहीं होती।
जो इंसान अपनी ताकत अल्लाह पर भरोसे से पाता है, वो दुनिया की किसी ताकत से नहीं डरता।
जो अल्लाह को दिल से याद करता है, उसकी जिंदगी में कभी मायूसी नहीं आती।
सजदे में गिरकर अपने गुनाहों की माफी मांगो, क्योंकि अल्लाह माफ करने वालों में सबसे बड़ा है।
अल्लाह पर भरोसा रखो, क्योंकि वही हमारी हर दुआ का जवाब देने वाला है।
इस्लाम वो रास्ता है जो इंसान को इंसानियत सिखाता है और अल्लाह के करीब ले जाता है।
दुनिया के पीछे भागने वाले थक जाते हैं, लेकिन जो अल्लाह के पीछे भागते हैं, उन्हें सुकून मिलता है।
नमाज पढ़ने वाले कभी गुमराह नहीं होते, क्योंकि वो हमेशा खुदा की राह पर चलते हैं।
हर दर्द में अल्लाह का शुक्र करो, क्योंकि वो दर्द भी तुम्हारे लिए एक सबक है।
जो अल्लाह के सामने झुकते हैं, उनकी जिंदगी में कभी हार नहीं होती।
तुम्हारा ईमान तुम्हारा सबसे बड़ा साथी है। इसे कमजोर मत होने दो।
जिंदगी का हर दिन अल्लाह की रहमत का एक तोहफा है। इसे इबादत में बिताओ।
अल्लाह की मोहब्बत वो दौलत है जो न खत्म होती है और न किसी से छीनी जा सकती है।
दुनिया की मुश्किलों से हार मत मानो, क्योंकि तुम्हारे लिए अल्लाह की रहमत हमेशा बरकरार है।
जो अल्लाह को हर वक्त याद रखते हैं, उनकी जिंदगी में कभी गम नहीं टिकता।
जिन्होंने अपनी जिंदगी को कुरान और हदीस के साथ जोड़ा, उन्हें दुनिया की हर खुशी नसीब होती है।
ईमानदारी और सब्र वो ताकत है, जो हर मुश्किल को आसान बना देती है।
जो अल्लाह से जुड़ा रहता है, उसकी जिंदगी में हर सवाल का जवाब मिलता है।
इस्लाम सिखाता है कि इंसान को हमेशा दूसरों की मदद करनी चाहिए, क्योंकि यही सबसे बड़ी इबादत है।
हर अंधेरे के बाद रोशनी जरूर आती है। बस अल्लाह पर भरोसा बनाए रखो।
जो लोग दुआ में अल्लाह को याद करते हैं, उनकी हर मुराद पूरी होती है।
ताकत दौलत में नहीं, ईमान में है। एक सच्चे मुसलमान का यही सबसे बड़ा हथियार है।
दुआ वो हथियार है जो नामुमकिन को मुमकिन बना देती है। अल्लाह से हर वक्त दुआ मांगो।
हर सुबह अल्लाह का नाम लेकर शुरू करो, क्योंकि उसकी बरकतें तुम्हारी राहें आसान कर देंगी।
जो अपने गुनाहों पर अल्लाह से माफी मांगता है, वो उसके बंदों में सबसे प्यारा बन जाता है।
नमाज सिर्फ इबादत नहीं, ये हमारे रब से सीधा रिश्ता जोड़ने का जरिया है।
अल्लाह से डरने वाला इंसान कभी गलत रास्ते पर नहीं जाता। यही सच्चे मुसलमान की पहचान है।
हर मुसीबत में सब्र करो और अल्लाह पर भरोसा रखो, क्योंकि वो सबसे बेहतर इनाम देने वाला है।
दुनिया की हर खुशी छोटी है, लेकिन अल्लाह की रहमत अनंत है। इसे कभी मत भूलो।
जो लोग अल्लाह की राह पर चलते हैं, वो कभी गुमराह नहीं होते।
हर मुश्किल तुम्हारे ईमान की परीक्षा है। अल्लाह पर यकीन रखो, वो तुम्हारे साथ है।
अल्लाह के बंदे वो हैं, जो हर हाल में उसका शुक्र अदा करते हैं और दूसरों की मदद करते हैं।