
राजपूत की शान, तलवार की पहचान।
जब तक खून में उबाल है, दुश्मनों का हर सवाल बेहाल है।
शेर की दहाड़ और राजपूत का वार,
दोनों ही सुनकर अच्छे-अच्छों की रूह कांप जाती है।
हम राजपूत हैं, हमारी पहचान तलवार है।
इज्जत और वफादारी हमारा पहला धर्म है।
सिंहासन पर बैठने का शौक नहीं, हमारा खून ही राज करता है।
दुश्मन की छाती में खौफ और दोस्तों के दिल में प्यार रखते हैं, हम वो राजपूत हैं।
राजपूत का इतिहास लिखने वाले भी कांप उठे, जब हमने अपनी तलवार उठाई।
शेरों का भी शेर है राजपूत,
हर जंग का सम्राट है राजपूत।
हम वो राजपूत हैं, जो न सिर झुकाते हैं, न किसी को झुकाते हैं।
राजपूत की आन, बान और शान के आगे हर तूफान फीका है।
दुश्मन अगर सोचता है राजपूत खत्म हो गया, तो ये उसकी सबसे बड़ी भूल है।
राजपूत की शान, तलवार की पहचान। जब तक खून में उबाल है, दुश्मनों का हर सवाल बेहाल है।
शेर की दहाड़ और राजपूत का वार, दोनों ही सुनकर अच्छे-अच्छों की रूह कांप जाती है।
हम राजपूत हैं, हमारी पहचान तलवार है। इज्जत और वफादारी हमारा पहला धर्म है।
सिंहासन पर बैठने का शौक नहीं, हमारा खून ही राज करता है।
दुश्मन की छाती में खौफ और दोस्तों के दिल में प्यार रखते हैं, हम वो राजपूत हैं।
राजपूत का इतिहास लिखने वाले भी कांप उठे, जब हमने अपनी तलवार उठाई।
शेरों का भी शेर है राजपूत, हर जंग का सम्राट है राजपूत।
हम वो राजपूत हैं, जो न सिर झुकाते हैं, न किसी को झुकाते हैं।
राजपूत की आन, बान और शान के आगे हर तूफान फीका है।
दुश्मन अगर सोचता है राजपूत खत्म हो गया, तो ये उसकी सबसे बड़ी भूल है।
राजपूत कभी झुकते नहीं, वो बस इतिहास बनाते हैं।”
जीस मिट्टी से राजपूत बनते हैं, उस मिट्टी में कोई खोट नहीं होती।
हमारे जीने का तरीका अलग है, लोग जलते हैं क्योंकि राजपूतों का जलवा कभी कम नहीं होता।
जिनके खून में राजपूती ठाठ होती है, उनकी हर बात में एक अलग ही आघात होती है।
राजपूत कभी किस्मत पर नहीं, अपनी मेहनत और तलवार पर भरोसा करते हैं।
जो आंख से आंख मिलाए, वो राजपूत। जो दुश्मन को झुकाए, वो राजपूत।
हम राजपूत हैं, हमारे नाम से ही दुश्मन कांपते हैं।
जमाना बदल गया, पर राजपूती शान अब भी बरकरार है।
राजपूतों की रगों में दौड़ता खून, हर जंग जीतने का जुनून रखता है।
हम दुश्मनी भी शान से करते हैं, और दोस्ती भी जान से निभाते हैं।
राजपूत वो हैं जो जंग से कभी पीछे नहीं हटते और अपनी आन पर कभी आंच नहीं आने देते।
जहां राजपूत खड़े हो जाते हैं, वहां सिंहासन अपने आप झुक जाता है।
जिनकी सोच आसमान से ऊंची हो, वही राजपूत कहलाते हैं।
हमसे मुकाबला करना है तो पहले अपनी सोच ऊंची कर, राजपूतों से लड़ना हर किसी के बस की बात नहीं।
राजपूत कभी बदलते नहीं, वे वक्त के साथ और निखर जाते हैं।
हमारे दिलों में बसती है वीरता की कहानी, क्योंकि हम हैं राजपूत युद्ध के दीवाने।
राजपूत की मर्जी के बिना तो हवा भी नहीं चलती, दुश्मनों का वजूद मिटाने में हमें देर नहीं लगती।
हम वो नहीं जो डर से झुक जाएं, हम वो हैं जो अपने दम पर इतिहास रच जाएं।
लड़ाई में तलवार का कमाल और हमारी शान का जलाल, दोनों को याद रखता है जमाना।
राजपूतों का खून पानी नहीं, जिसमें देशभक्ति और वफादारी का तूफान बहता है।
हमारे दुश्मन कम नहीं, पर जो हमारे सामने टिक जाए, वो पैदा ही नहीं हुआ।
राजपूत का जिक्र जहां हो, वहां दिलों में इज्जत और डर दोनों होता है।
हमारे खून में सिर्फ बहादुरी नहीं, बल्कि पूरी दुनिया को झुकाने की ताकत भी है।
राजपूत वो नहीं जो हर किसी से लड़ते हैं, राजपूत वो हैं जो जब लड़ते हैं तो किसी को छोड़ते नहीं।
सूरज की तरह जलते हैं, तभी तो दुनिया पर चमकते हैं। हम राजपूत हैं।
राजपूती खून का एक उसूल है – इज्जत पहले, जान बाद में।
हमारी शान तलवार से है, और पहचान वफादारी से। यही है राजपूत की कहानी।
राजपूतों के घरों में सिर्फ तलवारें लटकती हैं, डरने का नामोनिशान नहीं होता।
तूफानों से खेलना हमारी फितरत है, और इतिहास बनाना हमारा काम।
राजपूत हार जाएं ये मुमकिन है, लेकिन झुक जाएं ये कभी नहीं।
हम राजपूत हैं, जो अपने दुश्मनों को नहीं, बल्कि अपनी बातों से लोगों का दिल जीतते हैं।
जिंदगी में चाहे जितनी भी मुश्किलें आएं, पर राजपूती ठाठ और हौसला कभी कम नहीं होता।
हमारे किस्से वहां शुरू होते हैं, जहां डर की हदें खत्म होती हैं।
राजपूतों का दिल दरिया है, लेकिन जो दुश्मनी करता है, उसके लिए सजा भी तय है।
इतिहास गवाह है, राजपूतों ने हर चुनौती को अवसर में बदला है।
हम लड़ते नहीं, बस यह साबित करते हैं कि जीत राजपूतों की होती है।
हमारे खून में जोश और रगों में होश है, हम हैं वो जो मुश्किलों के बीच रास्ता ढूंढ लेते हैं।
राजपूत की पहचान उसकी वफादारी और दुश्मन के लिए खौफ है।
हम शेरों के साथ चलते हैं और बाज की नजर रखते हैं।
राजपूतों की जिंदगी में दो ही चीजें खास हैं – तलवार की धार और इज्जत का भार।
हमारे लिए हार का मतलब सिर्फ एक नई शुरुआत है।
राजपूतों की दहाड़ से पहले ही दुश्मन अपनी हार मान लेता है।
जिन्हें राजपूतों का साथ मिलता है, उनकी किस्मत बदल जाती है।
हम राजपूत हैं, हमारा झुकना हमारे वंश की परंपरा में नहीं।
हर जंग जीतना जरूरी नहीं, लेकिन हर जंग में लड़कर अपनी शान रखना जरूरी है।
राजपूत की तलवार ही उसकी पहचान है, जो कभी झूठ नहीं बोलती।
हमारे दुश्मन हमसे नहीं हमारी सोच से डरते हैं।
हम वो नहीं जो बदला लेने का इंतजार करें, हम वो हैं जो सीधे हिसाब बराबर करें।
राजपूतों का कद बड़ा होता है, चाहे वक्त कितना ही मुश्किल क्यों न हो।
हमारी शान हमारी आन है, हमारी तलवार हमारी जान है।
राजपूतों के लिए इज्जत से बड़ी कोई दौलत नहीं होती।
हम दुश्मन को मारने से पहले उसकी हिम्मत तोड़ देते हैं।
राजपूतों का अंदाज अलग होता है, जो हर किसी के बस की बात नहीं।
राजपूत जब तक जिंदा हैं, अपनी आन-बान-शान के लिए जिंदा हैं।
राजपूत हूँ, दिल से सच्चा, मन से मजबूत।
हमारी शान ही हमारी पहचान है
महादेव की राहों में जो रास्ता बना लेता है, वही राजपूत कहलाता है।
हमने अपनी ताज को लहू से सींचा है, तब जाकर ये शान मिली है।
जब दुश्मन की आँखों में डर हो, तो समझो राजपूत का रंग चढ़ चुका है।
हर ख्वाब को हकीकत में बदलने का हुनर सिर्फ राजपूत में होता है।
जो डर गया, वो मर गया; और राजपूत कभी नहीं डरते।
राजपूत वही, जो मैदान में छाए रहे।
महादेव के आशीर्वाद से राजपूत सशक्त होते हैं।
हमारे दिल में हमारे दुश्मन की डर से धड़कने वाली धड़कन को भी सुन सकते हो।
हमारी शान तो बस तलवार और घोड़े के संग है।
केवल साहस नहीं, हमारा दिल भी दिलेर है।
राजपूतों की तरह जीते हैं, और राजपूतों की तरह मरते हैं।
राजपूत से दोस्ती मतलब, पूरी दुनिया से शौर्य की दोस्ती होती है।
जो हमसे लढने आता है, वही हमसे डर के भागता है।
राजपूत के खून में साहस और शौर्य की आंधी होती है।
यह जो दिल में आग जलती है, वो सिर्फ राजपूत ही समझ सकते हैं।
राजपूत की तलवार तभी काम आती है, जब कोई उनका अपमान करे।
हमारी नज़र में वफ़ा की कोई कीमत नहीं होती।
हमारी शान ही हमारी ताकत है।
हमारा सम्मान हमारी पहचान है, इसे कभी गिरने नहीं देंगे।
घोड़े पर बैठकर ही राजपूत की ताकत की पहचान होती है।
राजपूत कभी हार नहीं मानते।
जहां तक बात राजपूत के इज्जत की है, तो हमारे लिए यह केवल एक शब्द नहीं, बल्कि हमारा स्वाभिमान है।
शेर की तरह दहाड़ने से पहले राजपूत हमेशा गुस्से में होते हैं।
हम वो लोग हैं जो बदला नहीं, क़िस्मत बदलते हैं।
कभी-कभी हमें शांति की जरूरत नहीं होती, हमें अपनी शक्ति दिखानी होती है।
हमारी शांति की गहराई को केवल वही समझ सकता है जो हमें हमारी शक्ति पर नजर रखता है।
जो भी राजपूत के रास्ते में आता है, उसकी तबाही तय है।
क्या हुआ जो हमारे पास ताज नहीं, हमारा दिल तो सम्राटों जैसा है।
राजपूत का खून केवल संघर्ष में लहराता है।
हमें अपनी ताकत दिखाने का शौक नहीं, हमें अपनी शान बचाने का हौसला है।
हम राजपूत हैं, हमारे पास हर हथियार होता है, बस जरूरत में ही हम इसे इस्तेमाल करते हैं।
राजपूत के कदमों में शक्ति होती है, रास्ता सिर्फ हम तय करते हैं।
हमारे सामने वीरता की बात करने वालो,इतिहास से तो हमारे पूरे पन्ने भर चुके है।
असली ताकत यह नहीं कि हम कितने बड़े हैं, बल्कि यह कि हम कितने साहसी हैं।
जो हमारी बातों से घबराता है, उसे हमारी ताकद का अंदाजा होता है।
राजपूत की आँखों में वो नज़र होती है, जो दुश्मन को एक पल में हरा दे।
हमारा आदर्श केवल युद्ध नहीं, बल्कि मन की ताकत भी है।
जिनके पास हौसला होता है, वे ही राजपूत कहलाते हैं।
राजपूत का नसीब हमेशा उनकी सच्चाई के साथ होता है।
हमारे रास्ते अलग हो सकते हैं, पर हमारी मंजिल एक है।
राजपूत अपनी आत्मा से भरा होता है, वो कभी डरता नहीं।
हम राजपूत हैं, क्यूंकि हमारा दिल बड़ा होता है, और हमारी भावनाएँ असलियत में होती हैं।
हम जिस रास्ते पर चलते हैं, वो रास्ता किसी और के लिए नहीं होता।
जो खुद को राजपूत कहे, उसे हर वक़्त अपनी शान में रखा होता है।
राजपूत वो नहीं जो डरते हैं, राजपूत तो वो हैं जो शौर्य में रहते हैं।
हम वो नहीं जो वक्त के साथ बदल जाएं,
हम राजपूत हैं, जो वक्त को अपने साथ बदल दें।
हमारी तलवार की चमक से सूरज भी शर्माता है,
राजपूत की शान से हर दुश्मन घबराता है।
दिल में आग और आंखों में शोलों का एहसास,
राजपूत का नाम सुनकर कांप जाए आसमान।
हमारे जिगर में बसती है बादशाहत की कहानी,
हमारी रगों में दौड़ता है शौर्य का पानी।
जमाना बदल जाए, मगर राजपूत का इरादा नहीं,
सिर झुका दे जो ऐसी कोई ताकत नहीं।
राजपूत की पहचान तलवार से नहीं होती,
उसकी पहचान उसकी शान से होती है।
हमारी ताकत तलवार की धार नहीं,
हमारी ताकत हमारे इरादों की पुकार है।
जंग की बात हो या दिल जीतने का सवाल,
राजपूत हमेशा देता है जीत का मिसाल।
जो झुक गया, वो हार गया,
राजपूत कभी किसी के आगे नहीं झुकता।
हमारे जिगर की दहाड़ ही काफी है,
जो सुन ले वो दुश्मन भी डरकर भागी है।
हमारी सोच में ही है राज की बात,
राजपूत की गाथा से ही होती है शुरुआत।
तूफानों से लड़कर ही हमने अपनी पहचान बनाई है,
राजपूतों ने हर युग में वीरता की मिसाल दी है।
हमारे खून में बसती है वीरता की परिभाषा,
हमारे लिए युद्ध नहीं, स्वाभिमान है असली भाषा।
राजपूत की तलवार जब चमकती है,
दुश्मन की रूह कांप जाती है।
हमारी मर्जी के बिना परिंदा भी पर नहीं मारता,
हम राजपूत हैं, हमारा अंदाज सबको मात देता है।
हम वो हैं जो दिल से दोस्ती निभाते हैं,
मगर दुश्मन को उसकी औकात भी दिखाते हैं।
हमारी रगों में बहता है जोश और जुनून,
राजपूत का हौंसला हमेशा रहता है बेकाबू।
हमारी शान के चर्चे हर गली और चौखट में हैं,
राजपूत का नाम हर दिल में बसता है।
जो हिम्मत करे, वो हमारे साथ चल सकता है,
वरना राजपूत की राह से हटना ही बेहतर है।
हमारे नाम से डरता है जमाना सारा,
राजपूत का अंदाज है सबसे न्यारा।
अगर हमारे शान में घुस्ताखि हुई तो तुम्हारी जान भी जा सकती है
हम राजपूत हैं, हर दिल पर राज करते हैं,
जो हमारी तरफ बढ़े, उसे खाक करते हैं।
शान-ओ-शौकत हमारी पहचान है,
राजपूत का हर अंदाज महान है।
राजपूत की बातों में जोश और तलवार में आग होती है,
हमारी हर जीत में दुश्मन की हार होती है।
हमसे दुश्मनी करने की गलती मत करना,
राजपूत की तलवार का हिसाब हर पल चलता है।
हमारी हिम्मत को न समझो आसान,
राजपूत के खून में बहती है जान।
जो बात राजपूत के खून में है,
वो किसी के तकदीर में नहीं।
हम झुकते नहीं, क्योंकि ये हमारी फितरत नहीं,
हम राजपूत हैं, ये हमारी किस्मत नहीं।
हमारी तलवार की धार से आसमान कांप जाता है,
हम राजपूत हैं, दुश्मन खुद ब खुद हार जाता है।
जहां राजपूत का पसीना गिरता है,
वहां दुश्मन का खून बहता है।
हमारी जमीन हमारी आन है,
हम राजपूत हैं, यही हमारी पहचान है।
जो सोचते हैं कि हम हार जाएंगे,
वो भूल जाते हैं कि हम राजपूत हैं।
दुश्मनों को तोहफे में खौफ देना हमारी आदत है,
राजपूत की हर अदा एक बगावत है।
हमसे मुकाबला करना आसान नहीं,
राजपूत की सोच में बगावत छुपी है।
जो हमारी इज्जत करता है, हम उसे सर पर बिठाते हैं,
जो हमें नजर झुकाकर देखता है, उसे मिट्टी में मिलाते हैं।
हमसे जीतने की ख्वाहिश मत करना,
राजपूत की तकदीर से जीत पाना मुश्किल है।
हमारी तलवार की धार से ही युद्ध का अंत होता है,
राजपूत के आगे हर बादशाह झुकता है।
हमारी हिम्मत हमारे खून में बसती है,
राजपूत के जिगर में सिर्फ वीरता धड़कती है।
जो हमारी शान को ललकारते हैं,
वो इतिहास में नाम तक नहीं पाते हैं।
हमारे कदम जहां पड़ते हैं,
वहां दुश्मन की हिम्मत टूटती है।
हम राजपूत हैं, हमारा अंदाज अलग है,
हमारी ताकत और हौंसले का कोई माप नहीं।
राजपूतों का ताव हमारी है शान,
रणभूमि में गरजे हमारी है पहचान।
घोड़े पे सवार, हम हैं राजसी बल,
हमसे टकराए तो दुश्मन हो जाता हलचल।
तलवारों की आवाज, गूंजे हर ओर,
हमसे मुकाबला,
हो जाए महाक़यामत का दौर।
शौर्य की मूरत, किले जैसे हम,
हर चुनौती से लड़ते, दिल में आग रखते है दम।
राजपूतों का ताव, हमारी है शान,
रणभूमि में गरजे, हमारी है पहचान
आंधी हो या तूफान, हम नहीं रुकते,
हर कदम पर, दुश्मन हमसे डरते।
वीरों की भूमि, तख्त और किले हमारे,
जवान दिलों में बसी है, हर लहू का शौर्य हमारे।
हमारी जीत से सजे ये इतिहास,
राजपूतों की राह, है हमेशा विजय का ख़ास।
राजपूतों का ताव, हमारी है शान,
रणभूमि में गरजे, हमारी है पहचान।आंधी हो या तूफान, हम नहीं रुकते,
हर कदम पर, दुश्मन हमसे डरते।
बिखरे पड़े हैं दुश्मन के सैनिक, हमारे रास्ते में,
राजपूतों का नाम गूंजे हर किले और शहर में।
तेज तीरों से गिरती, दुश्मन की हर उम्मीद,
राजपूतों के तलवार से, गरजती है हमारी जीत।
राजपूतों का ताव, हमारी है शान,
रणभूमि में गरजे, हमारी है पहचान।आंधी हो या तूफान, हम नहीं रुकते,
हर कदम पर, दुश्मन हमसे डरते।